A Love Story Pyar aur Shadi : प्यार और शादी। इस रोचक कहानी में प्यार से शादी होने तक की सरलता और परेशानियो को समाहित किया गया है।

A Love Story Pyar aur Shadi
A Love Story Pyar aur Shadi : विवाह तक का सफर इतना लंबा होगा यह हमने भी नहीं सोचा था। शशी और सुशील दांपत्य जीवन के सपने संजोने में लगे थे उनके विवाह के इंतजार की घड़ियां बढ़ती चली जा रही थी।
शशी को गुमसुम और उदास देख कर मां ने पूछा, सुशील क्या बात है, तू इस तरह मुंह लटकाए क्यों बैठी है? कई दिन से सुशील भी नहीं आया । क्या तुम दोनों ने आपस में झगड़ा कर लिया है?’’
शशी ने कहा नहीं मां झगड़ा नहीं हुआ है, अब रोज रोज क्या बात करें । कितने दिनों से शादी की तैयारी कर रहे थे, सब व्यर्थ हो गया.
सुशील की दादी जी की मौत न हुई होती तो आज तेरी शादी हुए 1 माह हो चुके होते। वह काफी बूढ़ी थी। तेरहवीं के बाद शादी हो सकती थी पर तेरे ससुराल पहले के विचारों वाले हैं ।
कहते हैं कि अब तो 4-5 महीने बाद ही शादी होगी । A Love Story Pyar aur Shadi
शशी यानि मायके पक्ष वालों की सब तैयारी व्यर्थ हो गई । शादी के कार्ड बंट चुके थे , मैरिज हाल , कैटरर्स को, सजावट करने वालों को, और भी कई लोगों को एडवांस पेमेंट कर चुके थे । अब 5 महीने शादी सरकाने से अच्छा खासा नुकसान हो गया है । A Love Story Pyar aur Shadi
इसी बात को लेकर सुशील भी बहुत परेशान था परंतु अपनी मां को कुछ नहीं कह पा रहा था।
शशी की मां ने कहा! बेटा, हम भी कभी तुम्हारी उम्र के थे हम तुम दोनों के एहसास को समझ सकते हैं, पर हम चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते । मैं ने तो तेरी सास से कहा भी था कि की दादी जी को मरे हुए 1 महीने हो गया है और अच्छे काम के लिए सब दिन शुभ होते हैं।अब हमें शादी कर देनी चाहिए।
हमारे इतना कहते हैं सुशील की मां भड़क गईं और कहने लगीं, आप के लिए सब दिन शुभ होते होंगे पर हम तो परिवार के सदस्य के मरने के बाद की परंपराओं पर भरोसा करते हैं । हमारा एक ही बेटा है, हम अपनी पुरानी मान्यताओं को अनदेखा करके मन में कोई वहम पैदा नहीं करना चाहते । A Love Story Pyar aur Shadi
यह सुनकर शशी सोचने लगी कि मम्मी इस से ज्यादा क्या कर सकती हैं और मैं भी क्या करूं, मम्मी को कैसे बताऊं कि सुशील शादी करना चाहता है पर उसकी मां नहीं मान रही है ।
कक्षा 5 से कक्षा 12 तक हम दोनों साथ-साथ पढ़े थे । किंतु हम दोनों की दोस्ती इंटर में आने के बाद ही हुई थी । इंटर के बाद सुशील वकालत की डिग्री करने चला गया था और मैंने बी काम में दाखिला ले लिया था । कालिज अलग होने पर भी हम दोनों छुट्टियों में कुछ समय साथ बिताते थे । बीच में फोन पर बातचीत भी कर लेते थे और चैटिंग हो जाती थी ।
एम कॉम में आते ही मम्मी पापा ने शशी की शादी के लिए लड़के की तलाश शुरु कर दी शशी ने मम्मी पापा से कहा भी कि एम कॉम के बाद शादी करना, पर उन का कहना था कि तुम अपनी पढ़ाई जारी रखो, शादी अभी नही हुई जा रही है, अच्छा लड़का मिलने में भी समय लगता है । A Love Story Pyar aur Shadi
शादी की चर्चा शुरू होते ही सुशील की आंखों में सुशील की छवि नजर आ गई थी । हम दोनों एक अच्छे मित्र थे पर हम दोनों ने शादी के बारे में नहीं सोचा था और साथ मिल कर रहने के भविष्य के सपने भी नहीं देखे थे लेकिन मम्मी द्वारा शादी की चर्चा करने पर सुशील का खयाल आना, क्या इसे प्यार समझूं क्या सुशील भी यही चाहता है, कैसे जानूं सुशील के दिल की बात । A Love Story Pyar aur Shadi
शशी ने मुलाकात में सुशील से अपनी मम्मी द्वारा शादी की चर्चा के बारे में बताया तो वह बोला, इतनी जल्दी शादी कर लोगी, अभी तो तुम्हें 2 वर्ष एम कॉमकरने में ही लग जाएंगे, फिर सुशील कुछ सोचते हुए बोला था, सीधे सीधे यह बताओ, क्या तुम मुझ से शादी करोगी पर अभी मुझे व्यवस्थित होने में कम से कम 2-3 वर्ष लगेंगे ।
यह सुनकर प्रसन्नता की एक लहर शशी के तनमन को छू गई, और वह बोली सच कहूं सुशील, जब मम्मी ने शादी की बात की तो एकदम से मुझे तुम याद आ गए थे,क्या यही प्यार है? A Love Story Pyar aur Shadi
सुशील ने जवाब दिया मैं समझता हूं यही प्यार है देखो, अब तक हम जो बात नहीं कर पाए थे वह तुम्हारी शादी की बात उठते ही मेरे मुंह से निकल गई और मैं ने तुम्हें प्रपोज कर दिया ।
अब जब हम दोनों एकदूसरे से अपनी अपनी चाहत का इजहार कर ही चुके हैं तो फिर इस विषय पर गंभीरता से सोचना होगा ।
शशी ने कहा सोचना ही नहीं होगा, सुशील तुम्हें अपने मम्मीपापा को हम दोनों के बारे में बता कर शादी के लिए मनाना भी होगा ।
‘‘क्या तुम्हारे घर वाले मान जाएंगे?’’
सुशील ने कहा देखो, अभी तो मेरा एलएलबी का अंतिम साल है । हमारी कैट की कोचिंग भी चल रही है उस की भी परीक्षा देनी है और मुझे यह भी विश्वास है कि इस साल किसी अच्छी कंपनी में प्लेसमेंट मिल जाए क्योंकि कालिज में बहुत सी कंपनियां आती हैं और जाब आफर करती है । अच्छा आफर मिल गया तो मैं स्वीकार कर लूंगा और हमारे घर में जैसे ही शादी की चर्चा शुरू होगी मैं तुम्हारे बारे में बता दूंगा।
प्यार की किरण हम दोनों के बीच में जग चुकी है और हम दोनों जीवन साथी के रूप में रहने के सपने देखने लगे हैं अब इसका जिक्र अपने अपने माता-पिता से करना होगा। A Love Story Pyar aur Shadi
शशी ने अपनी मम्मी को सुशील के बारे में बताया तो वह बोलीं, सुशील अपनी जाति का नहीं है। शादी कैसे हो सकती है, तेरे पापा तो बिलकुल नहीं मानेंगे और क्या सुशील के माता-पिता तैयार हैं?
शशी ने कहा अभी तो इस बारे में उस के घर वाले कुछ नहीं जानते लेकिन सुशील ने बताया है कि फाइनल परीक्षा होने तक उसे किसी अच्छी कंपनी में जाब का आफर मिल जाएगा और परीक्षा परिणाम आते ही वह कंपनी में ज्वाइन कर लेगा, उस के बाद ही वह अपने मम्मी-पापा को बतायेगा । A Love Story Pyar aur Shadi
शशी की मां ने कहा, क्या जरूरी है कि सुशील के मम्मी-पापा मान ही जाएंगे?’’
शशी ने कहा,मम्मी! “पहले मुझे आप की इजाजत चाहिए”
शशी की मां ने कहा यह फैसला मैं अकेले कैसे ले सकती हूं…तुम्हारे पापा से बात करनी होगी उनसे बात करने के लिए पहले मुझे हिम्मत जुटानी होगी, यदि तेरे पापा नही माने तो तुम क्या करोगी?’’ A Love Story Pyar aur Shadi
शशी ने कहा ‘करना क्या है मम्मी, शादी होगी तो आपके आशीर्वाद से ही होगी नहीं तो नहीं होगी ।
इधर हमारा एम कॉम फाइनल हुआ और उधर सुशील का एलएलबी फाइनल होते ही सुशील को एक बड़ी कंपनी में अच्छा स्टार्टअप मिल गया और लगभग यह भी तय था कि भविष्य मे कंपनी उसे विदेश भी भेज सकती है। सुशील के घर में भी शादी की चर्चा शुरू हो गई थी ।
शशी ने मम्मी को जैसे-तैसे मना लिया था और मम्मी ने पापा को मना लिया था परन्तु सुशील की मम्मी इस विवाह के लिए तैयार नहीं थीं । सुशील के इस फैसले से उसके घर में तूफान उठ खड़ा हुआ था। उस के घर में पापा से ज्यादा उस की मम्मी की चलती थी। ऐसा एक बार सुशील ने ही बताया था। सुशील ने भी अपने घर में ऐलान कर दिया था कि शादी करूंगा तो शशी से वरना किसी से नही करूंगा । A Love Story Pyar aur Shadi
आखिर सुशील के बहन बहनोई (राजेश और दिव्या)ने भी अपने प्रयास से सुशील की मम्मी को समझाया था, मम्मी, आप की यह जिद सुशील को आप से दूर कर सकती है, आजकल के समय मे बच्चों की मानसिक स्थिति का कुछ पता नहीं चल पाता कि वह कब ,क्या कर बैठें। आज के ही एक अखबार में यह समाचार है कि माता पिता के राजी न होने पर प्रेमी प्रेमिका ने आत्महत्या कर ली। A Love Story Pyar aur Shadi
सुशील और शशी दोनों बालिग हैं सुशील अच्छा कमा रहा है। वह चाहता तो अदालत में भी शादी कर सकता था पर उस ने ऐसा नहीं किया केवल आपकी हॉ का इंतजार कर रहा है अब फैसला आप को करना है ।
रेस्टोरेंट में बैरे को आर्डर देने के बाद शशी ने ही बात शुरू की, ‘‘सुशील, तुम्हें अब एक ही काम करना है, किसी तरह अपने मातापिता को जल्दी शादी के लिए तैयार करना है, जो बहुत मुश्किल नहीं। आखिर वे हमारे शुभचिंतक हैं, तुमने उनसे एक बार भी कहा कि “शादी इतने दिन के लिए न टाल कर अभी कर दें”। नहीं, यह तो नहीं कहा ।’’
‘‘आज तुम घर जाकर पहले अपने माता-पिता से जल्दी शादी करने के कह दो, वह जरूर मान जाएंगे।
कुछ पुराना छोड़ने और नए को अपनाने में हरेक को कुछ हिचक होती है देखो अपने अपने अंतरजातीय विवाह के लिए आखिर वह तैयार हो गए अब तुम कहोगे तो जल्दी शादी करने के लिए भी मान जाएंगे।
शशी के मुंह से यह सुनते ही सुशील के चेहरे पर खुशी की एक लहर दौड़ गई थी, सुशील यह तुम ठीक कह रही हो यह मेरे दिमाग में पहले क्यों नहीं आया? खाने के बाद तुम्हें घर पर छोड़ता हूं. कोर्ट मैरिज की तारीख भी नजदीक आ गई है, उसे भी आगे नहीं बढ़ाने दूंगा ।’’
ठीक है, कहकर दोनों ने निर्णय लिया कि अब मैरिज वाले दिन कोर्ट में ही मिलेंगे । और हम दोनों के बीच केवल फोन करने की ही इजाजत रहेगी।
नियत तारीख पर शशी और उसके माता पिता तथा सुशील और उसके बहन बहनोई (राजेश और दिव्या) रजिस्ट्रार आफिस पहुंच गये थे। रजिस्ट्रार आफिस में कोर्ट मैरिज की सारी कार्यवाही पूरी होने के बाद हम दोनों अपने अपने परिवार के साथ बाहर आ गए तो सुशील के जीजाजी ने सुशील से कहा,अब तुम दोनों की शादी पर सरकार की मुहर लग गई है। “अब आज से शशी पूर्ण रूप से तुम्हारी हुई”।
यह सुनकर शशी की मम्मी बोल पड़ी अभी नहीं, हम भारतवासी हैं यह तो वीजा प्राप्त करने के लिए सब कुछ करना पड़ा इसे हम शादी नहीं मानते। बहू तो रीति रिवाज से विवाह संस्कार होने के बाद ही बनेगी।
चलो छोडो “वह तो मजाक की बात थी”
इसके बाद राजेश ने शशी और सुशील को लेकर खाना खाने के लिए होटल चले गये।
होटल में खाने का आर्डर देने के बाद सुशील ने अपने जीजाजी से पूछा, ‘‘जीजाजी, हमारी शादी की फरियाद मम्मी तक अभी पहुंची या नहीं?
राकेश ने कहा ‘‘साले साहब,
चिंता क्यों करते हो हम दोनों हैं तुम्हारे साथ। अमेरिका आप दोनों साथ ही जाओगे । मैं ने अभी बात नहीं की है हम आप दोनों का कोर्ट मैरिज हो जाने का इंतजार कर रहे थे। बाकी आगे आपकी मम्मी को मनाने की जिम्मेदारी आपकी बहन ने लेली है । यदि आपकी बहन की बात आपकी मम्मी नहीं मानती हैं तो पुनः मै आगे की कमान संभाल लूंगा’’
बेटी दिव्या के कहने पर सुशील की मम्मी ने कोर्ट मैरिज की बात मान ली और उन्होंने एक बड़ी शादी की पार्टी का इंतजाम किया सभी नाते रिश्तेदार शादी में शामिल हुए और खूब धूमधाम और रीति रिवाज से शादी हो गई।
इसके बाद सुशील, शशी को लेकर अपने बहन बहनोई जी के साथ अमेरिका चला गया।
इस प्रकार काफी समय के बाद और काफी परेशानियों को दूर करते हुए उन दोनों की
शादी हो पाई और अब खुशी से रह रहे हैं।
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