भारत में टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस से प्रतिबंध आंशिक रूप से हटा लिया गया: वेबसाइटें अब उपलब्ध हैं, लेकिन ऐप्स पर प्रतिबंध लगा है। 2025 के नवीनतम अपडेट, भारत-चीन संबंधों में सुधार, सुरक्षा चिंताओं और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से जानें। क्या हटेगा पूर्ण प्रतिबंध? पूरी जानकारी पढ़ें।
TikTok, AliExpress से प्रतिबंध हटाया गया: नवीनतम अपडेट और विस्तृत विश्लेषण
2020 में भारत-चीन सीमा झड़प के बाद भारत सरकार ने टिकटॉक, अलीएक्सप्रेस समेत कई चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया था। यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा गोपनीयता चिंताओं पर आधारित था। अब, 22 अगस्त 2025 को, एक आश्चर्यजनक निर्णय हुआ कि टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस की आधिकारिक वेबसाइटें भारत में फिर से उपलब्ध हो गई हैं। लेकिन क्या यह प्रतिबंध पूरी तरह से हटने का संकेत है? आइए विवरण में जानते हैं।
पृष्ठभूमि: प्रतिबंध क्यों लगा और क्या हुआ?
भारत ने जून 2020 में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया, जो उस समय देश का सबसे प्रचलित लघु-वीडियो प्लेटफॉर्म था। करीब 200 मिलियन यूजर्स प्रभावित हुए थे । इसी तरह, नवंबर 2020 में AliExpress समेत 43 अन्य ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया था , जो ई-कॉमर्स के लिए जाना जाता था। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने कहा कि ये ऐप्स संप्रभुता और अखंडता के लिए हानिकारक थे।
टिकटॉक का असर- बैन से पहले टिकटॉक पर डेली एक्टिव यूजर्स की संख्या थी लाखों में। क्रिएटर्स ने इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स जैसे विकल्प पेश किए हैं।
AliExpress का प्रभाव- खरीदारों के लिए कम कीमत वाले चीनी उत्पादों के विकल्प कम हो गए, जिससे फ्लिपकार्ट और अमेज़ॅन जैसे स्थानीय प्लेटफार्मों पर निर्भरता बढ़ गई।
बैन के बाद कंपनियों ने अपील कीं, लेकिन परमानेंट बैन लगा रहा। जनवरी 2021 में, सरकार ने 59 ऐप्स को स्थायी रूप से ब्लॉक कर दिया।
2025 में नवीनतम अपडेट: वेबसाइटें अनब्लॉक, लेकिन ऐप्स अभी भी प्रतिबंधित
हालिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि टिकटॉक की वेबसाइट (tiktok.com) अब भारत में खुल रही है, जो 5 साल से ब्लॉक थी। इसी तरह, AliExpress की साइट (aliexpress.com) उपलब्ध है। यह परिवर्तन 22 अगस्त 2025 को फिर देखा गया।
स्रोतों से पुष्टि-
डेक्कन हेराल्ड ने लिखा “टिकटॉक वापसी कर रहा है? भारत-चीन संबंधों में नरमी के बीच वेबसाइट फिर से सक्रिय हो गई है।”
एनडीटीवी प्रॉफिट ने लिखा है “टिकटॉक वेबसाइट पांच साल बाद भारत में वापस आई, ऐप अभी भी अनुपलब्ध है।”
बिजनेस टुडे के अनुसार “टिकटॉक, अलीएक्सप्रेस वेबसाइटें पांच साल बाद भारत लौटीं, ऐप्स अभी भी पहुंच से बाहर हैं।”
हालाँकि, ऐप्स Google Play Store या Apple App Store पर उपलब्ध नहीं हैं। यूजर्स वीपीएन का इस्तेमाल करके एक्सेस कर सकते हैं, लेकिन आधिकारिक लिफ्ट नहीं हुई। सरकार या बाइटडांस (टिकटॉक की मूल कंपनी) से कोई बयान नहीं आया।
भारत-चीन संबंधों में सुधार: एक प्रमुख कारण?
यह विकास भारत-चीन संबंधों में फिर से स्थापित हो गया है। हालिया सीमा विघटन और राजनयिक वार्ता के बाद, आर्थिक संबंधों में सुधार हो रहा है। विश्लेषक रुचिर शर्मा ने कहा, “भारत चीन के साथ एक नाटकीय बदलाव देखने को मिल रहा है।” रेडिट थ्रेड्स और एक्स पोस्ट में अटकलें हैं कि पूर्ण प्रतिबंध जल्द ही हट सकता है।
- सकारात्मक पक्ष- कंटेंट निर्माता टिकटॉक की वापसी से उत्साहित हैं। AliExpress से डायरेक्ट शॉपिंग सस्ता हो सकता है।
- नकारात्मक पक्ष- प्रतिबंध हटने से गलत सूचना फैलने का खतरा। भारत में मोज और जोश जैसे विकल्प मजबूत हो गए हैं।
- आर्थिक पहलू- चीन से आयात बढ़ सकता है, लेकिन स्थानीय विनिर्माण के लिए चुनौती।
विवाद और संतुलित दृष्टिकोण
विवादास्पद विषय होने से, मैंने कई स्रोतों की जाँच की। प्रतिबंध समर्थक पक्ष: भारत टिकटॉक पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश है, जिसका विश्वस्तर पर असर हुआ और अमेरिका, नेपाल आदि ने इसका अनुसरण किया।
यदि प्रतिबंध पूरी तरह से हटा लिया जाता है, तो डेटा स्थानीयकरण जैसे नियम जरूरी होंगे। इस बीच यूजर्स को सतर्क रहना चाहिए।
निष्कर्ष: क्या होगा?
टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस की वेबसाइटों को अनब्लॉक करना सकारात्मक कदम है, लेकिन ऐप्स पर प्रतिबंध अभी लगा है। भविष्य में अगर रिश्ते सुधरेंगे तो प्रतिबंध हटाया जा सकता है। यह डिजिटल नीति में बदलाव है अच्छा है लेकिन सुरक्षा सर्वोपरि बनी हुई है जिसका ध्यान रखना भी आवश्यक है।
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