Swatantrata Diwas par Bhashan (स्वतंत्रता दिवस पर) दिया जाने वाला महत्वपूर्ण भाषण-
Swatantrata Diwas par Bhashan की पटकथा-
swatantrata Diwas par Bhashan आज हमारा देश आजादी की वर्षगांठ के जश्न में डूबा हुआ है। भारत को आजादी मिले 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। वैसे 15 अगस्त हर साल मनाया जाता है लेकिन इस साल यह कुछ खास है इस वर्ष भारत सरकार आजादी के अमृत महोत्सव के तौर पर मना रही है। आजादी का अमृत महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रहा है जिसका अनोखा दृश्य चारों तरफ देखने को मिल रहा हैा
Swatantrata Diwas par Bhashan: स्वंतत्रता दिवस भारतीय लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व है। इस पर्व को देशभक्ति से और ज्यादा ओतप्रोत करने के लिए भारत सरकार ने घर घर तिरंगा फहराने का अभियान चला रही है। इसके तहत देशभर में हर घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की योजना है। आजादी के महोत्सव मे सरकार ने घर-घर तिरंगा फहराने के लिए आम जनता से अपील की है । देश के नागरिक हाथ में तिरंगा लेकर सड़कों पर जुलूस निकाल रहे है ।

हर वर्ष आजादी की सालगिरह पर स्कूलों, कॉलेजों, दफ्तरों आदि में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जहां देशभक्ति के गीत बजाए जाते हैं, गाये भी जाते है और लोग भाषण भी देते हैं। यहां हम आपको स्वतंत्रता दिवस पर एक छोटे, सरल और दमदार भाषण का प्रारूप बता रहे हैं-
Swatantrata Diwas par Bhashan की शुरूवात-
आदरणीय प्रिंसिपल महोदय/महोदया. उपस्थित अतिथिगण, सभी शिक्षकगण और मेरे प्यारे साथियों,
आज हम भारतीय लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार स्वतंत्रा दिवस मना रहे हैं। हमारे देश को आजादी मिले 75 साल पूरे हो गए हैं। होम थिएटर नीमच का और 76 वर्ष का स्वागत करने के लिए हम इकट्ठे हुए हैं। 15 अगस्त 1947 को हमारे देश को 200 वर्षों के बाद अंग्रेजों के शासन से मुक्ति मिली थी,
इसलिए तब से हम हर साल 15 अगस्त का दिन स्वतंत्रता दिवस के रूप मे मनाते आ रहे हैं। यह भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व है। यह दिन सिर्फ आजादी की सालगिरह का जश्न मनाने का दिन नहीं है बल्कि यह दिन इस पर भी गर्व करने का है कि आज हर भारतीय नागरिक को देश में पूरी आजादी के साथ जीवन जीने का अधिकार है।
भारतीय संविधान ने हर नागरिक को समान अधिकार दिए हैं। इन्हीं अधिकारों ने हर भारतीय नागरिक को देश और समाज में सम्मान व आजादी के साथ जीने के लिए समर्थ बनाया है।
मेरे प्यारे दोस्तों, भारत विविधताओं में एकता वाला देश है। हमारे यहां विभिन्न राज्यों में भिन्न-भिन्न भाषाएं बोली जाती हैं। हमारे देश में 270 मातृ भाषाएं बोली जाती है। विभिन्न राज्यों की अलग-अलग संस्कृतियां हैं। इन सबके बावजूद भारत एक है। देश के हर राज्य, हर इलाके का नागरिक गर्व के साथ 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस मनाता है।
आज का दिन यह याद करने का भी है कि आजादी हर किसी को इतनी आसानी से नहीं मिलती। इस देश को आजाद कराने के लिए बहुत बहुत से लोगों की जाने चली गई, बहुत से लोगों को बलिदान देना पड़ा ,बहुत संघर्ष करना पड़ा तब जाके हमारे देश को आजादी मिली।Swatantrata Diwas par Bhashan
देश की आजादी को पाने के लिए महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, लाला लाजपत राय, रामप्रसाद बिस्मिल समेत सैंकड़ों महान स्वतंत्रता सेनानियों के अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। आज इन स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि देने का भी दिन है। Swatantrata Diwas par Bhashan
15 अगस्त के दिन हर साल भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद देश को संबोधित करते हैं। कई कल्याणकारी घोषणाएं करते हैं। देश की ताजा उपलब्धियां बताते हैं। स्कूलों व सरकारी दफ्तरों आदि जगहों पर भी तिरंगा फहराया जाता है। राष्ट्रगान गाया जाता है।Swatantrata Diwas par Bhashan
हर जगह देशभक्ति के गीत बजते सुनाई पड़ते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी तथा सभी सरकारी भवनों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ‘राष्ट्र के नाम संबोधन’ देते हैं। Swatantrata Diwas par Bhashan
साथियों इस सच को भी हमें स्वीकार करना होगा कि आज हमें आजादी मिले 75 साल हो चुके हैं लेकिन हमारा देश महिला विरोधी अपराध, भ्रष्टाचार, हिंसा, नक्सलवाद, आतंकवाद,कट्टरवाद, गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, भ्रूण हत्या, बाल विवाह, असमानता, लिंगभेद जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। राष्ट्रिय गीत कर चले हम फ़िदा जाने ओ तन साथियों
आज आजादी की सालगिरह के मौके पर हम सभी को इन्हें जड़ से खत्म करने का संकल्प लेना होगा और हम सभी को यह संकल्प भी लेना होगा कि हम लोग जिस जगह पर हैं जहां भी काम करते हैं , ईमानदारी सत्यनिष्ठा और लगन से काम करेंगे ।इसी के साथ हम अपने भाषण को समाप्त करना चाहूंगा। वंदे मातरम्… जय हिंद… जय भारत।
